पृथ्वी के जुकाव के कारन सूर्यनारायण वर्ष में दो बार भूमध्य रेखा पर उदय व् अस्त होते है। वे 22/9/16 को साम 7:50 पर संपात बिंदु पर पहुंचेंगे जिसके चलते २२ व् २३ को दिन और रात्रि लगभग समान होंगे। इस शरद सम्पात के साथ कल से अब हमारे यहाँ दिन छोटे व् रात्रि लंबी होनी सुरु होगी व् शरद का आगमन होगा जिसका पीछा करती हुयी शिशिर भी दबे पाँव आएगी। दक्षिणायन में चल रहे सूर्य अब दक्षिण गोलार्ध में प्रवेश करेंगे। अर्ध्य प्रदान करने पर देखे तो सूर्य अब प्रतिदिन दक्षिण की और उदित होते दिखाई देंगे।
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