Thursday, November 30, 2017

Astrology must be updated in the light if space science & astronomy. भारतवर्ष में कुंभ मेले में ज्योतिर्विज्ञान से लेकर सभी विज्ञान को हर 3 साल में अपडेट किया जाता था l पिछले कुछ हजार सालों से यह परंपरा बंद हो चुकी है l जिसके चलते ज्योतिर्विज्ञान गलत साबित हो रहा है l इसे खगोल विज्ञान की मदद से अपडेट करना अत्यंत आवश्यक हो गया हैं l यथा वर्तमान में 30 नवंबर से 18 दिसंबर तक सूर्यनारायण 13 वी राशि Ophiuchus में चल रहे हैं तो इस समय में जन्म लेने वाले जातकों की कैसी कुंडली बनाई जाएंगी? संपात दिन की बात करें तो सूर्य वर्तमान में मेष की जगह मीन राशि में संपात बिंदु पर आते हैं lक्या इसको अपडेट करना आवश्यक नहीं है ?GPS based अक्षांश-रेखांश ,चंद्रमा की न्यूट्रीशन इफेक्ट ,लोकल टाईम इन सब को भी अपडेट करना बिल्कुल आवश्यक होता है lअगर हम विज्ञान के साथ नहीं चल सकते हैं तो हमारी सांस्कृतिक धरोहर को हम अवैज्ञानिक साबित कर देंगे l दिव्य दर्शन पुरोहित ,गुरुदेव ऑब्जर्वेटरी ,वडोदरा l

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