Saturday, December 16, 2017

"Arctic shows no sign of returning to reliably frozen region of recent past decades" says NOAA. आर्क्टिक की ध्रुवीय बर्फ पृथ्वी के वातावरण संतुलन के लिए जिम्मेदार पदार्थों में से एक हैं l2017 सबसे गर्म वर्ष रहा ,इसके अलावा पिछले 30 सालों से गर्मी का सतत बढ़ना ,समंदर की सतह की गर्मी का बढ़ना ,जिसके चलते टुंड्र प्रदेश में वनस्पतियों का बढ़ना इत्यादि से सदियों से सुप्रसिद्ध आर्क्टिक के हिमखंड पिघल रहे हैं lअब उसके दोबारा बनने की कोई साइन भी नहीं दिखाई दे रही l जिसके चलते पृथ्वी की सूर्य की किरणों को वापस फेंकने की क्षमता भी घट जाएगी ,समंदर में पानी का लेवल खतरों से ज्यादा बढ़ेगा और आने वाले समय में वातावरण अत्यधिक गर्म होगाl क्लाइमेट चेंज ही क्लाइमेट चेंज लाएगी lमानव सभ्यता के सुख पाने के लालच में प्रकृति से किए गए खिलवाड़ का और कैसा परिणाम हो सकता है lदिव्य दर्शन पुरोहित, गुरुदेव ऑब्जर्वेटरी ,गायत्री प्रज्ञापीठ ,वडोदरा l Image credit: NOAA



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